Saturday, February 16, 2008

2.12 बूँटचुनवा के अउरत रानी

[ कहताहर - श्रीकृष्ण शाह, संजीव निकेतन, मिश्रटोला, टेकारी रोड, पटना - 6 ]

एगो राजा के सात गो लड़की हल । सातो में छोटकी लड़की अप्पन बाप के बहुत दुलारी हल । एक दिन सातों लड़की के बुला के राजा पूछलन कि "ए बेटी ! तू चस-सच बतावऽ कि तू लोग केकर भाग से जीयत-खायत हऽ ?" सात गो में से छौ गो बेटी कहलन कि "बापजान, हम तो तोहरे भाग से जीयत-खायत ही ।" जब छोटकी राजकुमारी से पूछल गेल तो ऊ कहलक कि "हम अपन भाग से जीयत-खायत ही ।" राजा के मन में बहुत दुख भे गेल । ऊ गोसिया गेलन आउ सोचलन कि छओ बेटी के शादी राजा के घर में करब बाकि छोटकी बेटी के एकदम से कोई कंगाल घर में कर देव । ई सोच के राजा छहो बेटी के राजा-घर में बिआह कर देलन आउ छोटकी लड़की के एगो बूँटचुनवा के साथ कर देलन । सब बेटी अपन-अपन ससुरार गेलन आउ सुखन से रहे लगलन ।


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